Legal Drafting Format कानूनी काम का एक बहुत ही महत्वपूर्ण अंग है कानून का सारा काम दस्तावेजों पर ही चलता है। इसलिए कानूनी प्रारूपन बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है। इसी प्रारूपण के साथ ही कानूनी प्रक्रियाओं को स्पष्ट रूप से तैयार किया जाता है। कानूनी दस्तावेजों में स्पष्टता और शुद्धता बहुत ही जरूरी है। क्यूंकि कानूनी भाषा सभी के समझ नही आ सकती अगर जिस का दस्तावेज हो और उसी को ही समझ न आए तो बहुत बड़ी समस्या हो सकती है क्योंकि उस व्यक्ति को बात ही स्पष्ट रूप से समझ नही आयेगी।
इसलिए आज हम इस आर्टिकल में Legal Drafting Format के बारे बात करेंगे और इसके मुख पहलुओं पर बात करेंगे जिस से आप के बहुत सारे doubts दूर होंगे।
Key points of Legal Drafting Format
ये तो आप जानते ही है की लीगल दतावेजों की Legal Drafting Format अच्छे से करना कितना आवश्यक है। इसके कुछ पॉइंट्स जिनको अच्छे से कर के लीगल फॉर्मेटिंग को अच्छा किया जा सकता है।
Title। शीर्षक
किसी भी दस्तावेज का शीर्षक बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, वैसे ही कानूनी दस्तावेजों में भी शीर्षक एक बहुत ही अहम भूमिका निभाता है । बहुत से documents की बाते शीर्षक से ही समझ आ जाती है। शीर्षक ही उस दस्तावेज को पड़ने वालों का मार्गदर्शन करता है। इसलिए शीर्षक का चयन अच्छे से करना चाहिए और शीर्षक का फॉन्ट बाकी ड्राफ्टिंग formatting से बड़ा होना चाहिए। आप उसे bold भी कर सकते है।
Introduction। परिचय
जब भी परिचय का सेक्शन बनाया जाए तो उस में ये बिल्कुल रूप से साफ होना चाहिए की ये document बताना क्या चाह रहा है या ये किस बारे में है। हो सके तो उसकी भाषा इतनी सरल रखो की वो आम व्यक्ति को भी समझ आये की डॉक्यूमेंट में आगे क्या होगा। हमेशा सरल शब्दों का प्रयोग करें जिस से document का उद्देश्य साफ हो सके।
Definitions। परिभाषा भेद
कानूनी दस्तावेजों में बहुत सी परिभाषा इस्तेमाल की जाती है। परिभाषा को बहुत ही आसान और स्पष्ट तरीके में बताना चाहिए। अगर इसको स्पष्ट और आसान तरीके से न लिखा जाए तो ये हो सकता है किसी को ये समझ न आए और दस्तावेज की समझ अस्पष्टता के कारण खराब हो जाए।
Operative Clause
यह दतावेज के अंतिम उद्देश्य को बताता है। यही दस्तावेज के Objective को प्राप्त करने के लिए एक रास्ता तैयार करता है। जिस से इसको पड़ने वाले को जो वो परिणाम चाहते है उसको प्राप्त करने के लिए मार्गदर्शन करता है।
Font and Size
जब भी Legal Drafting Format करे तो हमेशा वो फॉन्ट इस्तेमाल करें जो बिलकुल सिंपल हो और आसानी से पढ़े भी जा सके। फॉन्ट का साइज एक जैसा ही रखे क्योंकि अगर फॉन्ट साइज बार बार चेंज किया जाए तो पड़ने वाले को पड़ने में दिक्कत या कन्फ्यूजन हो सकती है। इसलिए फॉन्ट और उसके साइज का ध्यान रखे।
Document Style
हमेशा डॉक्युमेट की फॉर्मेटिंग करते समय मार्जिन का इस्तेमाल करे और फॉर्मेटिंग के खतम हो जाने के बाद अंत में एक summary जरूर बनाए इस से डॉक्यूमेट ज्यादा अच्छा और professional लगेगा। जिस से पड़ने वाले को भी आसानी होगी।
Structuring
हमेशा फॉर्मेटिंग करते हुए अच्छे पैराग्राफ से मैच करते हुए शीर्षक और उपशीर्षक का इस्तेमाल जरूर करें। इस से हमारा डॉक्यूम दिखने में भी बहुत अच्छा लगेगा और इसको पड़ने वाले को भी पड़ने में आसानी होगी क्योंकि बड़े से बड़ा डॉक्यूमेंट भी छोटा लगता है जब उस में शीर्षक और उपशिर्षक का इस्तेमाल होता है।
Use plain language
legal forms। में हमेशा आसान और ऐसी भाषा का इस्तेमाल करे जो सीधे तरीके से बात को समझाए। क्यूंकि कानूनी भाषा में बहुत जटिल शब्द है जोकि एक आम आदमी के समझ से परे होते है। एसे शब्दों के प्रयोग से पाठक को समस्या हो सकती है।
Avoid Ambiguity
अस्पष्टता तब आती है जब हम सीधी और आसान भाषा का इस्तेमाल नहीं करते है। जब किसी बात में स्पष्टता नही होती है तब लोगों में भ्रम पैदा होता है। इस लिए ऐसी भाषा का इस्तेमाल न करें जिस से अस्पष्टता न बड़े।
Use of Appendices
जब हम Legal Drafting Format में अपेंडिसेस का इस्तेमाल करते है तो इस से पाठक तो डॉक्यूमेंट के बारे में ज्यादा क्लियरिटी मिलती है। इस से पढ़ने वाले को उपयुक्त जानकारी अच्छे से समझ आ जाती है।
Conclusion
Legal Drafting Format कानूनी कामों के लिए बहुत ही आयश्यक है क्योंकि इसी के बदौलत ही कोई कानूनी दस्तावेज किसी को समझ आता है। अगर ये अच्छे से न की जाये तो पड़ने वाले को अस्पष्टता के करना भ्रम हो सकता है जिस से उसका कोई बड़ा नुकसान हो सकता है। इस लिए ऊपर बताए गए सारे सिद्धांतों के अनुसार Legal Drafting Format करनी चाहिए जिस से की किसी को कोई कन्फ्यूजन न हो सके।
हमे आशा है की आपके Legal Drafting Format के बारे में बहुत से संदेह दूर हो गए होंगे। एसे ही और जानकारी से भरे हुए आर्टिकल पढने के लिए या IPC के बारे में जानने के लिए हमारी वेबसाइट पर आए।
FAQ
Q1. What is the importance of Legal Drafting Format in legal drafting
Ans. यह बहुत ही महत्वपूर्ण है क्योंकि यह document की स्पष्टता और पठनीयता को अच्छाबनाता है जिस से पाठक को दस्तावेज को समझने में आसानी होती है।
Q2. Why is the use of plain language necessary in legal drafting
Ans. कानून के कुछ शब्द बहुत ही जटिल होते है जो एक आम आदमी के समझ से कई बार बाहर होते है। आसान भाषा के इस्तेमाल से इन को समझना आसान हो जाता है।
Q3. What are the importance of Fonts and font size in legal formatting
Ans. फ़ॉन्ट्स का और उनके साइज का बहुत महत्व होता है Legal Drafting Format में । अगर इनका सही ढंग से इस्तेमाल न किया जाए तो पाठक को समझने में या पढ़ने मुश्किल हो सकती है।
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