Section 500 IPC In Hindi

500 IPC मानहानि के आरोप की सजा | Section 500 IPC In Hindi

500 ipc मानहानि के आरोप की सजा के बारे में बताता है। मानहानि की डेफिनिशन 499 आईपीसी में बताई गई है जब कोई व्यक्ति किसी की समाज में झूठ बोल कर मान प्रतिष्ठा या इज्जत को नुकसान पहुंचाता है उसे मानहानि कहते है। आईपीसी 500 में इसकी सजा के बारे में बताया गया है जो एक अवधी के कारावास से ले कर के दो साल तक बढ़ाया जा सकता है। आज हम एक आर्टिकल के मध्यम से 500 ipc के बारे में डिटेल में जानेंगे। 

क्या है 500 ipc

आज कल हम सुनते रहते है की उस ने किसी पर मानहानि का केस लगा दिया। जब कोई व्यक्ति किसी पर झूठे आरोप लगा कर या कोई इशारे कर के व्यक्ति की मान प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचता है तो उसे मानहानि माना जाता है इस को 499 ipc में परिभाषित किया गया है। जब किसी पर मानहानि का आरोप लगता है तो केस 499 आईपीसी के अंतर्गत लगाया जाता है और व्यक्ति को 500 ipc के अंतर्गत मिलती है। तो हमेशा किसी को कुछ गलत बोलने से पहले अच्छे से सोच समझ कर बोले। 

सजा। Punishment in 500 ipc 

जब किसी पर मानहानि का आरोप सिद्ध हो जाता है तब व्यक्ति को एक अवधी का कारावास जो की 2 साल तक बड़ाया जा सकता है और साथ में आर्थिक दंड का भी प्रावधान है। 

जमानत। Is 500 ipc bailable or not

यह एक जमानतीय अपराध है जिस की जमानत हो जाती है। यह फर्स्ट क्लास मजिस्ट्रेट के पास विचारणीय है। इस केस में जिस का अपमान हुआ हो उन से समझोता हो सकता है।

Section 500 IPC In Hindi
Section 500 IPC In Hindi

कैसे बचे मानहानि के केस से

जितना हो सके किसी की बुराई न करें किसी की भी एसे सार्वजनिक तौर पर बेजती न करें। अगर फिर भी आप पर कोई ऐसा केस लगा है तो किसी अच्छे वकील से बात करें वो आपको उचित राय देंगे। सबूत या कोई गवाह ढूंढे जो ये साबित कर सके की आपने कुछ गलत नहीं कहा था।

यह सब Section 500 IPC In Hindi के बारे में है, हमें उम्मीद है कि यह लेख आपके लिए उपयोगी होगा। यदि आपको कोई संदेह है तो कृपया बेझिझक हमें टिप्पणी करें। यदि आप पर 500 ipc लगाई गई है तो कृपया यथाशीघ्र अपने स्थानीय वकील से संपर्क करें। वकील मामले में आपका उचित मार्गदर्शन करेगा। अधिक आईपीसी अनुभाग पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट localhindi.com पर जाएं|

Leave a Reply

Electricity act 2003 बिजली चोरी की सज़ा हॉलीवुड अभिनेता Johnny Wactor की चौंकाने वाली घटना Natasha Hardik Divorce Supreme Court of India न्याय का अंतिम स्थान Article 13 का महत्व